केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) स्कूलों के ग्यारहवीं व बारहवीं की छात्राओं के लिए उड़ान योजना शुरू की गयी । इस योजना का मकसद बालिकाओं को उच्च शिक्षा के लिए जागृत करना एवं उनको शिक्षा के लिए उच्च अवसर प्रधान करना । बालिकाओं के उच्च स्तर की शिक्षा पाने एवं उनके सपनो को सकर करने के लिए सीबीएसई ने यह योजना प्रारम्भ की ।
इसके तहत इंजीनियरिंग कॉलेज व स्कूलों की परीक्षाओं के बीच की खाई को बांटा जाएगा व साथ ही साइंस व मैथमेटिकस के पठन-पाठन को और सशक्त बनाया जाएगा।
इंजीनियरिंग कॉलेजो की प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए बोर्ड ऑनलाइन संसाधन उपलब्ध कराएगी ।
इस योजना का मकसद देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेजों में छात्राओं के घटते अनुपात को कम करना है ।
बोर्ड की इस योजना के तहत प्रतिवर्ष एक हजार छात्राओं की मदद की जाएगी।
योजना के तहत 50 फीसद सीटें एससी-एसटी व बैकर्वड कैटेगरी की छात्राओं के लिए होगी ।
छात्राओं का चयन मेरिट के आधार पर होगा व छात्राओं को ऑनलाइन व ऑफलाइन फॉर्मेट का व्यापक कोर्स निशुल्क प्रदान किया जाएगा ।
आईआईटी, जेईई परीक्षा की तैयारियों के लिए टय़ूटोरियल, लेक्चर्स व स्टडी मटेरियल ऑनलाइन उपलब्ध होगी छात्राओं को टैबलेट भी दिया जाएगा, जिसमें यह मटेरियल होगा।
छात्राओं का मूल्यांकन भी होगा, जिसके आधार पर उन्हें प्वाइंट्स मिलेंगे अर्जित किये प्वाइंट्स के आधार पर छात्राओं को आईआईटी यार एनआईटी की फीस में छूट भी मिल सकेगी ।
इस योजना के तहत ग्यारहवीं व बारहवीं के पीसीएम स्ट्रीम की छात्राएं ही आवेदन कर सकते हैं व आवेदन करने वाली छात्राओं का दसवीं में कम से कम 70 पर्सेंट व ग्यारहवीं में पीसीएम में 75 फीसद अंक होना अनिवार्य है।
विद्यार्थी के पास 8 सीजीपीए व साइंस व मैथ्स में 9 सीजीपीए होना जरूरी है ।बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए ग्यारहवीं के पीसीएम में 75 फीसद होना जरुरी है ।
इसके लिए एक दायरा रखा गया है इसके लिए आवेदन करने वाली बालिका के परिवार की वार्षिक आय ६ 6 लाख रूपये से कम की होनी चाहिए ।
मै इस अनूठी पहल के लिए मेरी एवं मेरे प्रदेशवासियों की तरफ से केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) व हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ ।
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