राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव :
संस्कृति मंत्रालय ने भारत की विरासत को बढ़ावा देने के प्रयासों को जारी रखते हुए विविध सांस्कतिक उत्सव ‘राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव-2016’ का आयोजन का शुभारंभ किया। शुभारंभ के मौके पर लगभग 400 कलाकारों ने लोक और जनजातीय सहित विभिन्न नृत्यकलाओं का प्रदर्शन किया था। यह उत्सव लोगों को भारत की संपन्न संस्कृति से जोड़े रखेगा। भारतीय संस्कृति की विविधता को सामने रखने और बढ़ावा देने के लिए संस्कृति मंत्रालय यह महोत्सव हर वर्ष जगह जगह सम्पन्न करता है।
डॉ. महेश शर्मा ने अपने संबोधन में कहा, ‘हम आपको सांस्कृतिक उत्सव राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव 2016 में देखकर काफी खुश हैं, जिससे भारत की विरासत मजबूत होकर सामने आती है। यह कार्यक्रम विभिन्न क्षेत्रों की कला, शिल्पकारों, नृतकों, हस्तकलाओं, विशिष्ट व्यंजनों और संगीत को एक साथ लाया है, जिससे यह भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा कार्यक्रम बन गया है। जहां इस कार्यक्रम से देश में रहने वाले हमारी संपन्न संस्कृति के कई संप्रदायों के युवा एक-दूसरे से जुड़ गए हैं, वहीं इसने विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को अपनी प्रतिभा, कलाकृतियों और व्यंजनों को प्रदर्शित करने का मौका मिला है।’ उन्होंने कहा, ‘हम इस उत्सव के उद्घाटन के लिए केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह के आभारी हैं और हम थाईलैंड से आए 12 सदस्यीय रामायण ग्रुप को यहां लाने के लिए विशेष रूप से आईसीसीआर के आभारी हैं, जिसने आकर्षक शैली में हमारी संस्कृति का प्रदर्शन किया है।
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