उत्तरप्रदेश में नई योजना का शुभारम्भ किया गया है, इस योजना में राज्य सरकार ने नागरिको के लिए एम्बुलेंस में “फर्स्ट ऐड 2017” की सुविधा उपलब्ध करवाया जाएगा | इस योजना में एम्बुलेंस की सुविधा के लिए दो सहायता नंबर की जारी किये है, इन नंबरो पर संपर्क करने पर सुदूर ग्रामीण इलाको में यह सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी | राज्य के सभी सुदूर इलाको में मरीजो को बेहतर सहायता देने के लिए व समय पर प्राथमिक उपचार मिल सके | इन एम्बुलेंस में आधुनिक चिकित्सा उपकरणों से लैस किया जाएगा |
यह परियोजना राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने विकास भवन के सभागार में आयोजित प्रस्तुतीकरण कार्यक्रम में एम्बुलेंस सेवा और अस्पतालों को आधुनिक बनाने लिए विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि, सुदूर ग्रामीण इलाको में एम्बुलेंस को समय पर पहुँचकर मरीज को सही उपचार दे | इस परियोजना में एम्बुलेंस को संख्या को बढ़ाने का भी विचार किया गया है |
सरकार ने इस योजना से ग्रामीण इलाको के मरीजो को सही समय पर बेहतर इलाज व निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जाए | इस योजना में एक एम्बुलेंस को एक लाख से अधिक जनसंख्या वाले स्थान पर नियुक्त किया जाएगा | यह एम्बुलेंस नेशनल व स्टेट हाईवे पर पर्याप्त एम्बुलेंस को उपलब्ध करवाया जाएगा ताकि सड़क दुर्घटना होने पर 15 मिनट में एम्बुलेंस पहुँच जाए और मरीज को समय पर प्राथमिक उपचार दे पाए |
यूपी सरकार द्वारा हेल्थ ऐप्प शुरू :-
यूपी राज्य सरकार ने नागरिको के लिए एक हेल्थ ऐप्प भी विकसित किया जा रहा है | एक हेल्थ ऐप्प के जरिये आम नागरिक को एक क्लिक पर सभी जानकारी मिल जाएगी | श्री सिंह ने कहा कि, स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट को नए रूप से विकसित किया जाएगा | प्रदेश के नागरिको के लिए “स्वास्थ्य बीमा योजना” को दोबारा से बेहतर तरीके से लागू किया जाएगा | इस योजना से सभी को आसानी से लाभ मिल सके व किसी भी प्रकार की कोई अव्यवस्था न हो |
राज्य के अस्पतालों में बायोमैट्रिक मशीन लगाई जाएगी, जिससे ड्रॉक्टरो व अन्य स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित की जा सके |
दुर्घटना के दौरान एम्बुलेंस में फर्स्ट ऐड मिल सके उसके लिए आवश्यक सहायक नंबर :- 102, 108
परियोजना में उपस्थित अध्यक्ष : –
इस परियोजना की घोषणा के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) महेन्द्र सिंह, अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अरुण कुमार सिन्हा, सचिव, बी हेकाली झिमोमी, निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, आलोक कुमार तथा महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ. पद्माकर सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें