सागरमाला परियोजना
गंगा नदी पर राष्ट्रीय जलमार्ग का विकास इसी प्रयास का हिस्सा है. हालाँकि प्रयाग से हल्दिया तक लगभग 1620 किमी. के हिस्से को 1986 में ही राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किया जा चुका था. लेकिन इसके विकास की गति बहुत ही धीमी थी. परन्तु वर्तमान सरकार के आने के बाद इस जलमार्ग के विकास के लिए समग्र प्रयास किये जा रहे हैं
राष्ट्रीय जलमार्ग 1 के अंतर्गत विभिन्न परियोजनाओं ने आकार लेना शुरू कर दिया है. वाराणसी, साहिबगंज और हल्दिया में multi-model terminal में निर्माण की स्थिति अलग-अलग चरणों में है. साथ ही गाजीपुर, कालूघाट में inter-model terminal बनाये जायेंगे. फरक्का में एक new navigation lock को भी निर्मित किया जा रहा है.
सागारमाला परियोजना के पूरा होने पर माल और जन-परिवहन के लिए एक सस्ता और बेहतरीन विकल्प उपलब्ध हो जायेगा.
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