श्रमदान योजना – सभासदों एवं कर्मचारियों ने ददरीघाट पर सफाई अभियान
केंद्र सरकार ने गंगा की सफाई के लिए गंगा सफाई अभियान की शुरुआत की थी, जिसके तहत श्रमदान योजना की शुरुआत भी हुई। इस योजना में नगरपालिका चेयरमैन एवं अधिशासी अधिकारी सहित सभी सभासदों एवं कर्मचारियों ने ददरीघाट पर सफाई अभियान चलाया गया है। यह गंगा सफाई अभियान एक माह तक चलाया जाएगा, जिसके तहत जिले से सभी घाटों की सफाई की जाएगी। इस योजना में घाटों पर पड़े कूड़े को भी साफ किया, यह अभियान एक घंटे तक चला उसके बाद अगली रणनीति पर विचार किया गया | इस सफाई योजना का उद्देश्य सभी गंगा घाटों को साफ करना है और गंगा में फेकने वाली सभी वस्तु पर रोक लगाने के लिए भी लोगो को जागरूक कर रही है। सफाई निरीक्षक अभिषेक ¨सह ने बताया कि केंद्र सरकार के इस स्वच्छता अभियान को पूरे एक माह चलाना है।
गंगा सफाई श्रम योजना के बारे में बताते हुए डीसी उमेश प्रसाद सिंह ने कहा कि, नगर पर्षद के जनप्रतिनिधियों, अधिवक्ताओं, राजनीतिक व गैर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और बताया कि यह 15 मार्च, 2017 को शहरवासी श्रम दान कर गंगा तट में फैले गंदगी की सफाई करें और विकास भवन में आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह ड्रीम योजना है। डीसी श्री सिंह ने सभी प्रतिनिधियों से अपने इलाकों के आम लोगों को जागरूक करते हुए कार्रवाई करने एवं 13 मार्च को रैली व 15 मार्च को सफाई अभियान में बढ़ चढ़कर भाग लेने की अपील की है।
स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देते हुए जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार पंचाल घाट पंहुचे और श्रमदान के साथ ही साथ गंगा आरती भी की | घाट पर ही गंगा आरती की भी व्यवस्था की गयी थी। जिलाधिकारी ने प्रशासनिक अफसरों, स्कूली बच्चों, सामाजिक संगठनों के लोगों को गंगा में साफ़-सफाई रखने का संकल्प दिलाया। इस दौरान रवि मिश्रा, ब्रजकिशोर सिंह किशोर, आदि मौजूद रहे। गंगा सफाई की बात करे तो भैरो घाट से लेकर श्मशान घाट तक बहुत ही अधिक गंदकी फैली हुई है। गंगा पुल के पास बने पक्के घाटों की सफाई तो जिलाधिकारी ने खुद झाड़ू उठाकर साफ़ कराई है, लेकिन सफाई के लिए पालिका द्वारा लगाये गए।