उत्तरप्रदेश सरकार ने राज्य के 70 लाख बेरोज़गार युवक-युवतियों को 5 सालों में रोज़गार के अवसर उपलब्ध करेगी। जिसके लिए मुख्यमंत्री योगी जी ने ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना’ का शुभारम्भ किया। योजना के तहत बेरोज़गारों को रोजगार दिलाने की दिशा में आगे बढऩे के संकेत भी दिये। प्रथम ‘रोजगार समिट’ का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘जिस तरीके से लोगों ने पूंजी निवेश के लिये उत्तर प्रदेश को चुना है।” राज्य में आने वाले पांच वर्षों के दौरान एक करोड़ नौजवान बेरोजगार होंगे, उसमें से 70 लाख को हम रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएंगे। योजना के अंतर्गत, सरकार ने कृषि को रोजगार के साथ जोड़ा है। कृषि बहुत बड़ा क्षेत्र है, लिहाजा इसमें रोजगार की अपार सम्भावनाएं हैं। योगी ने कहा कि प्रदेश के 75 जिलों में बहुत से ऐसे हैं, जहां कोई परम्परागत उद्योग रहे हैं।
उत्तरप्रदेश में योजना के तहत वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के आधार पर विकास करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से 45-50 साल पहले उत्तर प्रदेश और बिहार के श्रमिक का प्रवास कलकत्ता की तरफ होता था, मगर वहां की ‘यूनियनबाजी’ ने सब चौपट कर दिया। कृषि क्षेत्र रोजगार का सबसे बड़ा स्रोत है। कम खर्च में थोड़ी सी तकनीक का इस्तेमाल करके कृषि उत्पादन क्षमता को तीन गुना तक बढ़ाया जा सकता है। इससे किसानों की आय तीन गुनी हो जाएगी। उत्तर प्रदेश उन राज्यों में से हैं जिसने श्रम कानूनों को सरल बनाया है, लिहाजा लोग इस सूबे से जुड़कर कार्य करें।
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