उत्तरप्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 27 मार्च, 2017 को गोमती रिवर फ्रंट का जायज़ा लिया और गोमती नदी को देखते ही नाराज़ हो गए | दरअसल, गोमती नदी में यूपी का सारा गन्दा पानी नालो की मदद से जाता है | गोमती नदी के प्रोजेक्ट पर काफी खर्चा हो चूका है और कार्य बहुत ही धीमी गति से चल रहा है, इसलिए मुख्यमंत्री जी ने सभी फिजूलखर्चियों पर पाबंद लगाकर इस प्रोजेक्ट को मई तक ख़त्म करने का आदेश दिया है | इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य गोमती नदी के पानी को साफ करना है ताकि लोग इस नदी का पानी उपयोग किया जा सकता है | मुख्यमंत्री योगी जी कल सुबह 11:17 बजे गोमती रिवर फ्रंट पर पहुँचे और 43 मिनट रुके |
मुख्यमंत्री योगी ने गोमती नदी को गंगा की सहायक नदी बताते हुए कहा है कि, “नमामि गंगे” का काम जल्द ही शुरू किया जाए और मई तक गोमती में मिलने वाले सभी गंदे नालो को बंद करने का आदेश भी दिया है |
मुख्यमंत्री ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि, सभी परियोजनाओं पर हो रही फिजूलखर्ची को बंद कर दिया जाए और सभी का हिसाब दिया जाए |
गोमती रिवर फ्रंट पर मुख्यमंत्री जी के पहुँचने के बाद उनका पहले से इंतज़ार कर रहे सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह व अन्य नेताओ समेत सभी ने उनके पैर छुए तथा गन्दा पानी होने के बावजूद फुव्वारों को चलाया गया, फुव्वारों से नदी का बेहद गंदे पानी कि छीटे पास खड़े लोगो के ऊपर आई, यह सब देख मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी ने बहुत नाराज़गी जताई |
योगी जी ने नाराज़ होते हुए कहा कि, स्वच्छ नदियां हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए सभी अफसरों को पूरी ईमानदारी से इस परियोजना पर ध्यान देने होगा | योगी जी ने कहा कि, किसी भी परियोजना में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नही किया जाएगा | यह परियोजना पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है और यह अब मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के निशाने पर है |
गोमती नदी परियोजना पर खर्च :-
इस गोमती नदी परियोजना पर अभी तक बजट में से 95% राशि दे चुके है लेकिन इस प्रोजेक्ट का काम अभी तक 60% से भी कम हुआ है | इस योजना कि शुरुआत दो साल पहले कि गई थी और मई, 2017 तक इस परियोजना को समाप्त करने की योजना थी | पर अभी इस योजना का 60% से भी कम काम हो पाया है |
इस गोमती नदी परियोजना के 1513 करोड़ रुपये बजट में से 1433 करोड़ रुपये दे चुके है और 1427 करोड़ रुपये खर्च कर चुके है | इस परियोजना के लिए सिंचाई विभाग सरकार से और 1500 करोड़ रुपये मांग रहा है |
इस परियोजना के काम को सिंचाई विभाग ने ठेकेदारो के ऊपर छोड़ दिया और उन्होंने मनमर्जी मदो पर राशि को खर्च किया | इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत कलाकोठी तक डायफ़्राम वाल को नदी के दोनों तरफ बनाया जाएगा |
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