महिला कौशल विकास केंद्र वाराणसी में प्रशिक्षण द्वारा तलाकशुदा महिलाओं को करेंगे सशक्त
महिला कौशल विकास केंद्र को उत्तरप्रदेश के वाराणसी में शुरू किया गया है। इस योजना में तलाकशुदा महिलाओं और उनके बच्चों को शामिल कर लाभवन्ति बनाया जाएगा। इस योजना को राज्य में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र से शुरू किया जा रहा है। इस योजना को शुरू करने का उद्देश्य तलाकशुदा महिलाओं को सक्षर व आत्मनिर्भर बनाना है। प्रदेश में योजना की पहल तीन तलाक के विरोध में आवाज मुखर करने वाली मुस्लिम महिला फाउंडेशन की तरफ से की गई है। इस योजना में उद्धाटन के समय पहला दाखिला तलाकशुदा सहाना और उसकी 6 साल की बेटी ने लिया है।
संस्था की जानकरी अनुसार, कुछ दिनों में संचार और सूचना प्रौद्योगिकी आधारित संसाधन केंद्र भी खुल जाने से महिलाएं ई-मार्केटिंग में भी पारंगत की जाएगी। इस योजना के तहत पहले केंद्र का उद्घाटन पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर बालक दास ने किया है।
पीठाधीश्वर बालक दास ने बताया कि तीन तलाक का दंश झेलने वाली महिलाओं को निराश होने की जरूरत नहीं है, उनके जिंदगी के अंधेरे को मिटाने में केंद्र की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने ये भी कहा कि तीन तलाक मुद्दे पर केवल चर्चा करने की जगह पीड़ितों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में सभी को काम करने की जरूरत है।
महिलाओं को तीन तलाक के अभिशाप ने कहीं का नहीं छोड़ा है, अशिक्षित होने के कारण कोई काम न मिलने से इनको भूख से भी लड़ना पड़ता है इसीलिए इन महिला कौशल विकास केंद्र को साक्षर और हुनरमंद बना आत्मनिर्भर बनने में मदद करेंगे।
महिला कौशल विकास केंद्र में महिलाओं को बैंक करेगा मदद :-
केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं के लिए शुरू किये गए महिला कौशल विकास केंद्र के उद्धाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ प्रबंधक अमिताभ भौमिक पंजाब नैशनल बैंक ने ने कहा कि तलाकशुदा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बैंक हर संभव मदद करेगा, जिससे महिलाएं कोई भी व्यवसाय शुरू कर सकती हैं।